हॅलो कृषी ऑनलाईन :शेतकरी बंधुंनो, बरेचदा ठराविक किडी किंवा रोगासाठी कोणती कीटकनाशके (Insecticides and pesticides list) वापरावी आणि बाजारात त्या कीटकनाशकांना कोणते व्यापारिक नाव आहे हे आपल्या बहुतेक जणांना माहित नसते. कृषी तज्ज्ञ, किंवा कृषी विद्यापीठामार्फत सुद्धा वेगवेगळ्या पिकांसाठी वापरण्यात येणारी कीटकनाशके आणि रोगनाशक औषधी यांची शिफारस करण्यात येते. मात्र कृषी केंद्रात ही कीटकनाशके खरेदी करतांना नेमकी कोणत्या नावाने मागावी असा प्रश्न तुम्हाला नक्कीच पडत असेल. तर आजच्या लेखात सामान्य कीटकनाशके आणि त्यांची व्यापारिक नावे (Insecticides and pesticides list) जाणून घेणार आहोत.
कीटकनाशकांची यादी (Insecticides and Pesticides List)
कीटकनाशके | कीटकनाशकांची व्यापारी नावे |
इमामेक्टीन बेन्झोएट ५ एसजी | प्रोक्लेम, डेरिम, ओेलेक्स, हिलक्लेम, तत्काळ, सफारी |
अल्फामेथ्रीन १० ईसी प्रवाही | स्टॉप, जेम, अल्फागार्ड, कॉनगार्ड, डेल्थान, टाटाअल्फा, अल्फामेक, अल्फाक्युअर, नायक |
ऑक्झीडिमेटॉन मिथाईल २५ ईसी | मेटॉसिस्टॉक्स, झेन्टॉक्स, मॅसिटॉक्स |
ॲसिफेट ७५ एसपी | असाटाफ, फिल्डमार्शल, टामरानगोल्ड, लोड, ऑसिफा, स्टारथेन, ऑसोमिल, ऑसाविप, लान्सर, ट्रीमोर, टीनगार्ड, मिलटाफ, चेतक, |
ॲसिटामेप्रिड २० एसपी | प्राईड, माणीक, लिफ्ट, रेकॉर्ड, शार्प, मुद्रा, पोलार, नाईज |
बायफेनथ्रीन १० टक्के प्रवाही | टालस्टार, सुपरस्टार, प्लेअर, डिसेक्ट |
बुप्रोफेझीन २५ ईसी | ॲपलॉड, तोरण, ब्लेझ, फेनटॉम, काल,बुप्रोलॉड |
क्विनॉलफॉस २५ ईसी | इकालक्स, फ्लॅश, बेरुशील, वज्र, कीनालक्स, सुक्विन, क्विनॉलटॉफ, कुश, क्विनगार्ड, मिलक्स, |
क्लोरपायरीफॉस २० ईसी | डर्सबान, त्रिशुल, रडार, क्लोरगार्ड, क्लोरवीप, फोर्स, ट्रायसेल, क्लोरोसन,क्लासिक, लिथल, क्लोरोसील, |
क्लोरपायरीफॉस ५० ईसी | लिथल सुपर ५५०, बॉश, |
सायपरमेथ्रीन २५ टक्के प्रवाही | बासाथ्रिन, सिबील, रुद्र, सायपरसान, सिंबुश, सापरगार्ड, सूपर फाईटर, कोब्रा, सायरस |
सायपरमेथ्रीन १० टक्के प्रवाही | सापरमार, स्टार सायप्रीन, रीपकॉर्ड, अंकुश, फेनसान, सायपरमील, उस्ताद |
कार्बारील ५० डब्ल्यु.पी. | सेव्हिन, हेक्साबिन |
कार्बोफ्युरान ३ टक्के जी. | फुराडान, हेक्साफुरान, फ्युराक्लार, फ्युरॉन, हॉमर |
कार्बोसल्फान २५ डि.सी. | मार्शल |
कार्बोसल्फान २५ टक्के प्रवाही | मार्शल, पोझी, |
क्लोथिनियाडीन ५० टक्के डब्यू.डि.जी. | डेन्टॉप, डेन्टासू |
कारटॅप हायड्रोक्लोराईड ५० एसपी | पदान, केल्डान, कंपास, कारटॉक्स, बेकॉन एसपी, कार्बान |
कारटॅप हायड्रोक्लोराईट ४%जीआर | बेकॉन जीआर, कार्बन, कारडॅन ४ जी |
डेल्टामेथ्रीन २.८ टक्के प्रवाही | डेसिस, डिकामेथ्रीन, डेकागार्ड |
डायकोफॉल १८.५ ईसी | केलथेन, डिफॉल, हिम्फोल, कोलोनेल- एस |
डायक्लोरव्हास ७६ ईसी | नुवान, वॉपोन, डुम, सुक्लोर, व्हॅन्टॉफ, लुहोन, कोच |
डायमेथोएट ३० टक्के प्रवाही | रोगोर, हेक्सागोर, सुलगोर |
डायफेनथुरॉन ५० डब्ल्यु.पी. | पोलो, पेगासस, रुबी, डिक्लेअर |
इमिडाक्लोप्रीड ७० डब्ल्यू. एस. | गाऊचो, टाटामिडा |
इमिडाक्लोप्रीड ७० डब्ल्यू.जी. | ॲडमायर, ॲटम प्लस, टेर्नर, व्हिक्टर प्लस, सेनसेक्स गोल्ड |
इमिडाक्लोप्रीड १७.८ एस.एल. | टाटामिडा, कॉन्फीडॉर, ॲटम, व्हिक्टर, सुनर, सिमर, मिडा, इमीग्रीन, इमीडा गोल्ड, चेमिडा, इमिडा सेल, महाराजा, सनसेक्स |
इमिडाक्लोप्रीड ३०.५ एससी | व्हिक्टर सुपर, रेक्स |
इन्डोक्झाकार्ब १४.५ टक्के | अवॉन्ट, धावा, स्टीवार्ट, दक्ष, क्विनडोक्झा, अव्वल, यमराज |
इथोफेनप्रॉक्स १० टक्के प्रवाही | पुंकासो, न्युकिल, ट्रेबोन |
इथीऑन ५० टक्के प्रवाही | लेझर, इन्डोथिऑन, इथीओसूल, फॉसमाईट, मिट ५०५, निलमाईट, टाफेथिऑन |
फेनव्हलरेट २० टक्के प्रवाही | बीलफेन, सुमिसीडीन, लुफेन, फेनकिल |
फेनिट्रोथीऑन ५० टक्के प्रवाही | सूमिथिऑन, फॉलिथीनऑन, फेनिट्रोसूल |
फेनप्रोपाथ्रिन १० टक्के प्रवाही | डानिटॉल |
फेनप्रोपाथ्रिन ३० टक्के प्रवाही | मिथोथीन |
फेनथीऑन ५० टक्के प्रवाही | लिबॉसिड, मरकापटोफॉस |
फ्लोनिकॅमीड ५० टक्के डब्ल्यु जी | उलाला |
फ्ल्युवालिनेट २० टक्के प्रवाही | मावरिक |
फोरेट १० जी. | थिमेट, मिलेट, लुफेट, जी-४, १० जी, युमेट |
फोसॅलॉन ३५ टक्के प्रवाही | झोलोन, होल्टोन |
फिप्रोनिल ५ एससी | रिजेंट, महावीर, सारजंट, स्टालकर, रेफरी, युनीप्रो |
फिप्रोनिल ०.३ टक्के जीआर | स्टालकर जीआर, रेफरी जीआर |
फेनथोएट ५० टक्के प्रवाही | अमेस, धानूसान |
फ्ल्युबेनडायअमाईड २० डब्ल्युजी. | टाकूमी, ईनव्हेड |
फ्ल्युबेनडायअमाईड ३९.३५ टक्के प्रवाही | फेम |
लिंडेन २० टक्के प्रवाही | लिन टाफ, कॉनोलीन, स्टार लिंडेन |
लॅमडा– सीहॅलोथ्रीन ५ ईसी | रिवा, कराटे, एजंट प्लस, रूद्रा, ब्रॉव्हो ५०००, संत्री |
लॅमडा– सीहॅलोथ्रीन २.५ ईसी | सामूराय |
लॅमडा– सीहॅलोथ्रीन ४.९ सीएस | मिट्रो |
मिथोमिल ४० एसपी | लॅनेट, डुनेट, डॅश |
मॅलॅथिऑन ५० टक्के प्रवाही | सायथिऑन, मॅलमर, मालटेक्स, हिल्थोऑन, सल्मॉथीऑन |
मिथिल पॅरिथिऑन २ टक्के भुकटी | फॉलिडॉल, मेटासीड |
मिथिल पॅरिथिऑन ५० टक्के प्रवाही | मेथासिड |
मोनोक्रोटोफॉस ३६ टक्के एसएल | नुवाक्रॉन, मोनोसील, मोनोफॉस, हिलक्रॉन, बलवान, लुफॉस, सुफॉस, मिलफॉस, फॉसकिल, गार्डीयन, मोनोमार |
नोवालूरॉन १० ईसी प्रवाही | रिमॉन, युनीरॅान |
प्रोफेनोफॉस ५० टक्के ईसी | क्यूरॅक्रॉन, कॅरीना, सेलक्रॉन, प्रहार, प्रोफेक्स, प्रबल, बॅन्जो, सिमक्रॉन |
प्रोपारगाईट ५७ ईसी | मास्टामाईट, ओमाईट, इंडोमाईट, प्रोगार्ड |
रायनाक्झीपार २० एस.सी. | कोराजेन |
स्पिनोसॅड ४५ टक्के एस.सी. | ट्रेसर, स्पिनटॉर, कॉन्झर्व, सक्सेस |
स्पिनोसॅड २.५ टक्के एस.सी. | सक्सेस |
थायमिथॉक्झाम ७० डब्ल्यू.एस. | क्रुझर, कव्हर, स्पेर |
थायमिथॉक्झाम २५ डब्ल्यू जी | ॲक्टरा, ॲरो, क्लिक, स्लेअर, रिनोवा |
थायोडिकार्ब ७५ टक्के पा.वि.भु. | लार्वीन, सर्वीन |
ट्रायझोफॉस ४० टक्के प्रवाही | होस्टॉथिऑन, सुटाथिऑन, टायटन, जोश, ट्रायझोसेल, चार्म, त्रिकोन, टायटन, सरताज, ट्रायझो |
ट्रायझोफॉस ३५ टक्के + डेल्टा मेथ्रीन १ टक्का | डेफॉस, स्पार्क, शार्क, सरपंच |
क्लोरोपायरिफॉस ५० टक्के + सापरमेथ्रीन ५ टक्के | मेगा ५०५, टेरर, नुरल-डि, न्युरेल, केनॉन, इम्पाला, हामला, क्लोरोथीन, हमला, सायक्लोन |
क्लोरोपायरिफॉस १६ टक्के + आल्फामेर्थीन १ टक्का | आफलातून, वायपर, रिव्हे |
प्रोफेनोफॉस ४० टक्के + सायफरमेथ्रीन ४ टक्के | हिटसेल, पॉलेट्रीन-सी, बॅन्जो सुपर, डायरेक्ट |
सापरमेथ्रीन ३ टक्के प्रवाही + क्वीनॉलफॉस २० टक्के | विराट, सापरक्विन |
ॲसिफेट ५० टक्के + इमिडाक्लोप्रीड १.८ टक्के एस पी | लान्सरगोल्ड |
कीटकनाशकाची निवड करतांना घेतलेली पिके आणि त्यावर असणाऱ्या किडी आणि त्यांचा प्रादुर्भाव किती प्रमाणात आहे हे तपासून पहा. किडींचा प्रादुर्भाव कमी करण्यासाठी पीक लागवड पूर्वीपासून मशागतीय, जैविक, व इतर सुरक्षित पद्धतींचा वापर करणे गरजेचे असते. गरज असल्यास शेवटचा पर्याय म्हणून रासायनिक कीटकनाशके (Insecticides and pesticides list) वापरावीत.